
8. रहस्य बन गया लापता मलेशियाई विमान एमएच 370

8 मार्च को कुआलालम्पुर से बीजिंग के लिया 239 यात्रियों को लेकर उड़ा मलेशियाई विमान एमएच 370 लापता। 25 देशों की साझा कोशिशों के बाद भी नहीं मिला और खोज अभियान बंद करना पड़ा।
नंबर 8 पर इसलिए क्योंकि: दुनिया के चप्पे -चप्पे पर नजर रखने वाली तकनीकों, रेडार, सैटेलाइट और अत्याधुनिक उपकरणों के होने के बावजूद आज तक मलेशियाई विमान खोजा नहीं जा सका।
फैक्ट फाइल:
• सी-थ्योरी का ज्ञानः समुद्र के ऊपर क्रैश हुए विमानों पर न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार में एक दिलचस्प रिपार्ट प्रकाशित हुई थी जिसे एक विमानन विशेषज्ञ ने ब्लॉग के तौर पर लिखा था। इसके प्रमुख बिंदु हैं -
• विमान की खबर रखने वाले रेडार का मुंह जमीन की ओर होता है इसलिए समुद्र के ऊपर कुछ गड़बड़ होने पर रेडार सिग्नल टूट सकते हैं।
• विमान रेडियो सिग्नल के जरिये एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से जुड़ा होता है। अथाह समुद्र के ऊपर ये संपर्क टूटने की आशंका बहुत होती है।
• विमान सैटेलाइट से भी जुड़ा होता है लेकिन उसका नियंत्रण पायलट के हाथ में होता है और एक बार क्रैश होकर समुद्र में गिरने के बाद सैटेलाइट के अंतिम सिग्नयलों से भी उसे ढूंढ़ना मुश्किल होता है।
• समुद्र में अंडर करंट धाराएं चलती हैं जो विमान जैसी भारी चीजों को एक मिनट में 90 किलोमीटर बहा ले जाने की ताकत रखती हैं। फ्रांस का एक विमान अपने क्रैश होने के अंतिम सिग्नल वाली जगह से 1200 किमी आगे जाकर मिला था।
• ब्लैक बॉक्स मात्र दो किमी की रेंज में सिग्ननल देता है और समुद्र की गहराई अथाह होती है।
• डिकम्प्रेशन थ्योरी: इसके अनुसार एक्सपर्ट सीन मैफेट ने कहा, विमान 45 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया होगा। जहां विमान पर इतना दबाव पड़ा होगा कि चालक दल और यात्री उसे सहन नहीं कर पाए होंगे और विमान समुद्र में गिर गया होगा।
• हाइपोक्सिया थ्योरी: इस थ्योरी में कहा गया कि विमान पर अत्यधिक दबाव पड़ने के कारण उसमें ऑक्सीजन पूरी तरह से खत्म हो गई होगी और यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क लगाने का समय भी नहीं मिला होगा। ऐसे दम घुटने से सभी की मौत हो गई होगी और विमान बेकाबू होकर समुद्र में गिर गया होगा।
• वैक्यूम थ्योरी : रामायण में सुरसा नाम की एक राक्षसी का वर्णन है समुद्र के ऊपर उड़ रहे किसी भी ऑबजेक्टद को परछाई देखकर पकड़ लेती थी। इसी तर्ज पर थ्यो्री दी गई कि मलेशियाई विमान समुद्र में बने किसी वैक्यूमम में फंस गया जो ऊपर की चीजों को निगल जाता है। हालांकि, बरमुडा ट्राएंगल की तरह यह भी एक मिथक है।
• टेरर थ्योरी: सबसे मशहूर और ऐसी थ्योरी जिस पर अभी तक लोगों को विश्वास है। इसके कई पहलू सामने आए। कहा गया कि विमान को पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, चेचन्या, या फिर यूक्रेन के आतंकियों ने हाइजैक कर लिया है।
• कॉन्सपिरेसी थ्योरीः इसमें कहा गया कि दो पायलट में से एक पायलट ने मलेशिया में अपने धर्मगुरु को मिली सजा के अपमान का बदला लेने के लिए उड़ते विमान में गड़बड़ की और उसे समुद्र में डुबो दिया।
• यूएफओ थ्योरी: जब सारी थ्योरीज़ फेल हो गईं तो आखिर में यही कहा गया कि एलियंस यानी दूसरे ग्रह के वासी विमान का अपहरण करके ले गए हैं।
• वैक्यूम थ्योरी : रामायण में सुरसा नाम की एक राक्षसी का वर्णन है समुद्र के ऊपर उड़ रहे किसी भी ऑबजेक्टद को परछाई देखकर पकड़ लेती थी। इसी तर्ज पर थ्यो्री दी गई कि मलेशियाई विमान समुद्र में बने किसी वैक्यूमम में फंस गया जो ऊपर की चीजों को निगल जाता है। हालांकि, बरमुडा ट्राएंगल की तरह यह भी एक मिथक है।
• टेरर थ्योरी: सबसे मशहूर और ऐसी थ्योरी जिस पर अभी तक लोगों को विश्वास है। इसके कई पहलू सामने आए। कहा गया कि विमान को पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, चेचन्या, या फिर यूक्रेन के आतंकियों ने हाइजैक कर लिया है।
• कॉन्सपिरेसी थ्योरीः इसमें कहा गया कि दो पायलट में से एक पायलट ने मलेशिया में अपने धर्मगुरु को मिली सजा के अपमान का बदला लेने के लिए उड़ते विमान में गड़बड़ की और उसे समुद्र में डुबो दिया।
• यूएफओ थ्योरी: जब सारी थ्योरीज़ फेल हो गईं तो आखिर में यही कहा गया कि एलियंस यानी दूसरे ग्रह के वासी विमान का अपहरण करके ले गए हैं।
air aishiya ka viman QZ8501 mila
जकार्ता। जावा में समुद्र तल में एयर एशिया की फ्लाइट QZ8501 का फ्यूजलेज (विमान का ढांचा) मिल गया है, अधिकारियों ने इसकी सूचना यात्रियों के परिजनों को भी दे दी है। सर्च व रेस्क्यू एजेंसी ने अब तक छह शव मिलने की पुष्टि कर दी है। इससे पहले 40 से ज्यादा शव मिलने के बात कही जा रही थी। लेकिन बुधवार को एजेंसी चीफ बैमबैंग सोएलिस्त्यो के मुताबिक, तीन पुरुष और तीन महिला के शव बरामद हुए हैं। जिसमें एक विमान की महिला अटेंडेंट है। उसकी पहचान विमानन कंपनी के ट्रेड मार्क वाले रेड यूनिफॉर्म से हुई है। वहीं, एक पायलट ने दावा किया, उन्होंने तीन शवों बरामद किए हैं, जो एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए थे।
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फोटो: हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजन शोक मनाते हुए।
इंडोनेशिया की सर्च और रेस्क्यू एजेंसी को सोनार उपकरण से कुछ इमेज मिली है। इससे संकेत मिलते हैं कि लापता विमान का ढांचा जावा समुद्र के तल पर है। तस्वीरों से ये भी पता चल रहा है कि फ्यूजलेज 24 से 30 मीटर की गहराई में है। एक सर्च व रेस्क्यू अधिकारी हार्नेट ने कहा है कि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि विमान एक हिस्से में टूटा था। इंडोनेशिया की सर्च व रेस्क्यू एजेंसी ने कहा, "जावा समुद्र के ऊपर QZ8501 की अंतिम लोकेशन थी। विमान का मलबा यहां से तकरीबन 100 से 200 किमी के दायरे में मिला है।
इसके साथ ही दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एजेंसी ने विमान के ब्लैक बॉक्स की तलाश तेज कर दी है। एविएशन जानकारों का मानना है कि विमान हवा में टूटने की बजाए पानी से टकराने के बाद टूटा है। लिहाजा, इसका मलबा मिलने में मुश्किल नहीं आएगी। गौरतलब है कि इंडोनेशिया के सुराबाया से 162 लोगों को लेकर सिंगापुर जा रहा यह विमान रविवार सुबह लापता हो गया था। हादसे की गुत्थी अब भी सुलझी नहीं है। जानकार इसके पीछे खराब मौसम और विमान की धीमी गति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
MBA students ne khola ganne ke ras ka bussiness
बिलासपुर। कोई काम छोटा-बड़ा नहीं होता, साल 2014 में चार एमबीए छात्रों ने इस मिसाल को सच कर दिखाया। बड़े इंस्टीट्यूट से एमबीए करने के बाद लाखों का पैकेज छोड़कर आए रायपुर के कुछ युवाओं ने गन्ना रस की दुकान खोली। इस दुकान का ब्रांड नेम गन्ना वाला कैफे रखा जो शहर में बहुत लोकप्रिय हुआ।
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चार एमबीए दोस्त अंकित, अमित, विकास और संदीप (बांए से दाएं)।
मिलिए गन्नेवालों से
संदीप जैन, विकास खन्ना, अमित अग्रवाल और अंकित सरावगी ने शहर के सालेम स्कूल से पढ़ाई की इसके बाद संदीप ने आरआईटी से इंजीनियरिंग और एफएसएम दिल्ली से एमबीए किया फिर छत्तीसगढ़ की एक इंडस्ट्री में जॉब करने लगे। विकास ने तापनी से एमबीए करने के बाद यूएसए से सीएफए का कोर्स किया और सिटी ग्रुप में इनवेस्टमेंट एनालिसिस की जॉब लग गई। अंकित ने इंदौर से एमबीए किया और रोहा डाइकैम मुंबई में जॉब लग गई। सिंबॉयसिस से एमबीए करने के बाद अमित ने जेपी मोर्गन में एनालिस्ट की तरह जॉब किया।
नहीं मिला जॉब सैटिसफेक्शन, तो आया कुछ नया करने का ख्याल
लाखों का पैकेज होने के बाद भी जॉब में सैटिसफेक्शन नहीं मिलने की वजह से चारों दोस्त रायपुर लौट आए और फैमिली बिजनेस करने की सोची। लेकिन तभी उनके मन में कुछ नया और अलग करने का ख्याल आया। फूडी होने की वजह से चारों ने इसी क्षेत्र में काम करने की सोची और अचानक गन्ना रस का आइडिया क्लिक कर गया और रायपुर में अपनी सेविंग से आधुनिक गन्ना रस की दुकान खोल ली।
दिनभर में 600 ग्लास सेल
दुकान में पर सुबह से लेकर रात तक इनके गन्ना कैफे में लोगों की भीड़ लगी रहती है। दिनभर में ये लगभग 600 ग्लास गन्ना रस बेच देते हैं। इनका मानना है कि गन्ना रस का स्वाद सभी को पसंद है, लेकिन ठेलों में साफ सफाई नहीं होने की वजह से लोग इसे पीने से कतराने लगे थे। लेकिन आधुनिक मशीन से हाईजीन का ख्याल रखकर निकाला गया रस लोगों को इतना पसंद आने लगा, कि बच्चे और यंगस्टर्स भी सॉफ्ट ड्रिंक की बजाए गन्ना रस पीने लगे। तीन बार धोकर गन्ना रस निकालने के साथ ही ये गन्ने में बर्फ डालने की बजाए डीप फ्रीजर में रखकर गन्ने को ठंडा करते है, ताकि हाई जीन के साथ हेल्दी और प्योर जूस मिले।
2014 की रियल मर्दानी, कुश्ती में 3 मिनट में किया था पुरुष पहलवान को चित
2014 की रियल मर्दानी, कुश्ती में 3 मिनट में किया था पुरुष पहलवान को चित

रोशनी ने पारस सोलंकी को तीन मिनट में चित कर दिया।
कुश्तीप्रेमी तब रोमांचित हो उठे जब शाम साढ़े पांच बजे करीब देपालपुर की महिला पहलवान 15 वर्षीय रोशनी खत्री ने एरिना में उतरकर अपनी जोड़ के पुरुष पहलवानों को उनसे कुश्ती लडऩे का खुला चैलेंज दिया। यह चैलेंज स्वीकार करने उनकी जोड़ के कुछ पहलवान भी उतरे। आयोजकों ने उनमें से एक को चुना। ये थे गौतमपुरा के 55 किलोग्राम के 17 वर्षीय पारस सोलंकी। वे एरिना में उतरे, लेकिन मात्र तीन मिनट की कुश्ती में 48 किलो की रोशनी ने बांगड़ी दांव मारकर पारस को धूल चटा दी।
स्व. दादा भीलचंद सुले स्मृति नौवीं एक दिनी महिला व पुरुष कुश्ती-दंगल प्रतियोगिता कोदरिया स्थित सरदार पटेल उमावि प्रांगण एरिना में हुई। इसमें राष्ट्रीय स्तर के व खिताबधारी पहलवान ने हिस्सा लेकर दांव-पेंचों का प्रदर्शन कर कुश्ती प्रेमियों को बांधे रखा। दो कुश्तियां मय चैलेंज महिला व पुरुष पहलवानों के बीच हुई जिसमें से एक में महिला जीती व दूसरे में हार गई। सबसे बड़ी दो कुश्तियां भारत केसरी महू व भारत कुमार महू खिताब की हुई, जिनमें इंदौर के पहलवानों ने विजयश्री पाई।
मोबाइल से पता करें, आपका आधार कार्ड बैंक से जुड़ा है या नहीं, ये है तरीका
मोबाइल से पता करें, आपका आधार कार्ड बैंक से जुड़ा है या नहीं, ये है तरीका
PERSONAL FINANCE TEAM|Dec 29, 2014, 11:42AM IST
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स्मार्टफोननई दिल्ली. एक जनवरी से एलपीजी की सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए आधार कार्ड को बैंक खातों से जोड़ा जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसके तहत अब तक 10 करोड़ आधार नंबर को बैंक अकाउंट से जोड़ा जा चुका है। इसके अलावा मनरेगा, पीडीएस, स्कॉलरशिप, रेमिटेंस आदि के लिए भी आधार को बैंक अकाउंट से जोड़ना जरूरी है। आधार नंबर को बैंक अकाउंट से जोड़ने के लिए नागरिकों से उनका आधार कार्ड या आधार नंबर उस बैंक की शाखा में जमा करवाने को कहा गया है जहां उनका बैंक खाता है।
ऐसे पता करें बैंक से जुड़ा आधार या नहीं
यह पता करने के लिए कि आपका आधार नंबर आपके बैंक अकाउंट के साथ जुड़ गया है या नहीं, उपभोक्ता अपनेमोबाइल पर *99*99# डायल करें। इसके बाद 12 डिजिट का आधार नंबर डालें और ओके करें। आधार नंबर सही है यह पुष्टि करने के लिए 1 डायल करें। इसके बाद मोबाइल पर आधार कार्ड के बैंक से जुड़े होने की जानकारी मिल जाएगी। इस मैसेज में यह भी बताया जाएगा कि किस बैंक से किस तारीख को आधार कार्ड लिंक हुआ है।
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नंबर 4 पर इसलिए क्योंकि: देशद्रोह का दुस्साहसी मामला। न्याय और प्रशासनिक व्यवस्था से दो-दो हाथ करने की खुली चुनौती। आश्रम से चले पत्थर, बम और बंदूक। कमांडो सेना और भक्तों ने हजारों पुलिसकर्मियों को पांच दिन तक खूब दौड़ाया।
फैक्ट फाइल :
• सोनीपत के धनाणा गांव में 1951 को जन्मे रामपाल हरियाणा के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर थे। नौकरी के दौरान ही रामपाल दास सत्संग करने लगे और ‘संत रामपाल‘ बन गए।
• खुद को कबीर अवतार बताने वाले रामपाल ने करोंथा गांव में और हिसार के बरवाला में सतलोक आश्रम बनाया।
• आर्य समाजियों के साथ संघर्ष व हत्या के मामले में जेल गए फिर ज़मानत मिली, लेकिन उसके बाद कभी अदालत में पेश नहीं हुए।
• पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उन्हें अदालत में पेश होने को कहा था लेकिन बाबा बहाने बनाकर बचते रहे।
• सरकार भी निष्क्रिय बनी रही और रामपाल ने खुद की बजाय अपनी कमांडो सेना और अंध भक्तों को ढाल बनाकर आगे कर दिया।
• आखिर 5 दिनों बाद 15 हजार से ज्यादा लोगों को आश्रम से निकालने के बाद पुलिस ने रामपाल को 19 नवंबर को आश्रम से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया।
• अंधभक्त कहते रहे, बाबा एक चमत्कारी आत्मा है जो धरती पर भगवान का स्वरूप है. कुछ लोग इन्हें फंसा रहे है।