प्यार कभी कम नही होता
चाहे "माँ" का हो या "पिता" का...
लेकिन
#माँ का प्यार उजाले की तरह होता है
जो हर वक्त नजर आता है...
जबकि
#पिता का प्यार अंधेरे की तरह होता है,
जो नजर नही आता है।
लेकिन प्यार दोनों बराबर करते हैं।
भूलो चाहे दुनिया सारी...
पर माता-पिता को कभी मत भूलना।
चाहे "माँ" का हो या "पिता" का...
लेकिन
#माँ का प्यार उजाले की तरह होता है
जो हर वक्त नजर आता है...
जबकि
#पिता का प्यार अंधेरे की तरह होता है,
जो नजर नही आता है।
लेकिन प्यार दोनों बराबर करते हैं।
भूलो चाहे दुनिया सारी...
पर माता-पिता को कभी मत भूलना।
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