20 डिग्री में हमें ठंड लगनें लगती है।
16 डिग्री में हम गर्म कपड़े पहनते हैं।
12 डिग्री में हम मफलर आदी लगाते हैं।
8 डिग्री में हम उसके बाद भी कंपनें लगते हैं।
4.5 डिग्री में हम रजाई से बाहर नहीं निकलते।
1.2 डिग्री में घरों में अलाव जलनें लगते हैं।
0 डिग्री पर पानी जम जाता है।
-1.2 डिग्री पर हमारी जबान लड़खड़ानें लगती है।
-5.8 डिग्री पर।
-10.12 डिग्री पर।
-15.18 डिग्री पर सोचिये।
-20 डिग्री पर सियाचीन में भारतीय सैनिक #भारत की सीमाओं की रक्षा करते हैं वह भी पूरी मुस्तैदी के साथ 7-12 किलों की बंदूक और करीब 20 किलो की रसद अपनें कंधों पर उठाये... घुटनों तक बर्फ में -
ताकि हम अपनी स्वतंत्रता का आनंद उठा सकें..
ताकि हम अपनें परिवारों के साथ क्रिकेट मैच का #आनंद उठा सकें..!!
ताकि हमारे बच्चे शांति के साथ #स्कूल जा सके..!!
ताकि हम पिकनिक मना सकें...!!
ताकि हम उत्साहपूर्वक होली - दिवाली मना सके..!!
शायद हम उन चोटियों पर १ मिनट भी न खड़े रह पाऐं...
लेकिन आप साल के ३६५ दिन...
बिना चेहरे पर थकान लाऐ ,
हमारी सुरक्षा के लिऐ खड़े रहते हैं।
हम अपने जवानों की बहादुरी को सलाम करते हैं। _/\_
जय हिंद - वंदे मातरम्
16 डिग्री में हम गर्म कपड़े पहनते हैं।
12 डिग्री में हम मफलर आदी लगाते हैं।
8 डिग्री में हम उसके बाद भी कंपनें लगते हैं।
4.5 डिग्री में हम रजाई से बाहर नहीं निकलते।
1.2 डिग्री में घरों में अलाव जलनें लगते हैं।
0 डिग्री पर पानी जम जाता है।
-1.2 डिग्री पर हमारी जबान लड़खड़ानें लगती है।
-5.8 डिग्री पर।
-10.12 डिग्री पर।
-15.18 डिग्री पर सोचिये।
-20 डिग्री पर सियाचीन में भारतीय सैनिक #भारत की सीमाओं की रक्षा करते हैं वह भी पूरी मुस्तैदी के साथ 7-12 किलों की बंदूक और करीब 20 किलो की रसद अपनें कंधों पर उठाये... घुटनों तक बर्फ में -
ताकि हम अपनी स्वतंत्रता का आनंद उठा सकें..
ताकि हम अपनें परिवारों के साथ क्रिकेट मैच का #आनंद उठा सकें..!!
ताकि हमारे बच्चे शांति के साथ #स्कूल जा सके..!!
ताकि हम पिकनिक मना सकें...!!
ताकि हम उत्साहपूर्वक होली - दिवाली मना सके..!!
शायद हम उन चोटियों पर १ मिनट भी न खड़े रह पाऐं...
लेकिन आप साल के ३६५ दिन...
बिना चेहरे पर थकान लाऐ ,
हमारी सुरक्षा के लिऐ खड़े रहते हैं।
हम अपने जवानों की बहादुरी को सलाम करते हैं। _/\_
जय हिंद - वंदे मातरम्
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